"बस्ती-बस्ती घोर उदासी पर्वत-पर्वत खालीपन,
मन हीरा बेमोल लुट गया, घिस-घिस रीता तन चन्दन,
इस धरती से उस अम्बर तक, दो ही चीज गज़ब की है,
एक तो तेरा भोलापन है, एक मेरा दीवानापन...!!!
Original Post : https://www.facebook.com/KumarVishwasमन हीरा बेमोल लुट गया, घिस-घिस रीता तन चन्दन,
इस धरती से उस अम्बर तक, दो ही चीज गज़ब की है,
एक तो तेरा भोलापन है, एक मेरा दीवानापन...!!!
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